Life StylePoliticsStates
त्रिपुरा: अमित शाह का कम्युनिस्ट शासन पर हमला, BJP की उपलब्धियों का बखान.
धलाई: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को त्रिपुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए वामपंथी दलों पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि 35 साल के वाम शासन के दौरान त्रिपुरा पिछड़ा रहा, लेकिन 2018 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद राज्य ने विकास की राह पकड़ी।
- शाह ने कहा कि वामपंथी सरकार के दौरान त्रिपुरा विकास के सभी मापदंडों पर पीछे था।
- उन्होंने वाम शासन को गरीबों के लिए काम न करने का आरोप लगाया।
- 2017 में शाह ने बीजेपी अध्यक्ष के रूप में त्रिपुरा का दौरा किया था, जहां पार्टी के सिर्फ 11 सदस्य थे।
- बीजेपी ने मेहनत से वामपंथियों को सत्ता से हटाया।
- वाम शासन के दौरान सिर्फ 2.5% लोगों को पाइप से पानी मिलता था, अब यह आंकड़ा 85% तक पहुंच चुका है।
- अब गरीबों को मुफ्त में 5 किलो चावल और ₹5 लाख तक मुफ्त इलाज मिल रहा है।
- वाम सरकार के समय स्कूल छोड़ने का दर अधिक था, जो अब घटकर 3% हो गया है।
- बीजेपी शासन में निवेश बढ़ा है और लोगों को मुफ्त बिजली व एलपीजी कनेक्शन मिल रहे हैं।
- शाह ने ब्रू शरणार्थियों के पुनर्वास का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें अब सभी नागरिक सुविधाएं मिल रही हैं।
- ब्रू शरणार्थियों को मकान निर्माण के लिए ₹1.5 लाख, ₹4 लाख एफडी और ₹5000 मासिक सहायता दी गई है।
ब्रू पुनर्वास पर विशेष ध्यान:
- ब्रू शरणार्थियों का पुनर्वास 2020 में हस्ताक्षरित एक समझौते के तहत हो रहा है।
- त्रिपुरा में 12 स्थानों पर पुनर्वास कॉलोनियां बनाई जा रही हैं।
- 754 एकड़ जमीन पर 40,000 शरणार्थियों का पुनर्वास किया जाएगा।
- शरणार्थियों को आधार कार्ड, राशन कार्ड और मतदाता सूची में शामिल किया गया है।
शांति समझौते का जिक्र:
- शाह ने कहा कि त्रिपुरा अब शांतिपूर्ण है और उग्रवादियों के साथ शांति समझौते हो चुके हैं।
- उन्होंने त्रिपुरा को देश के सबसे विकसित राज्यों में शामिल करने का संकल्प लिया।
राजनीतिक संदेश:
अमित शाह ने बीजेपी सरकार की योजनाओं को जनता के सामने रखते हुए वामपंथी दलों और कांग्रेस पर हमला किया।