अफगान महिलाएं बाल व्यापार के चलते तालिबान के क्रोध का शिकार.
काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान के सख्त नियमों के बीच कुछ महिलाएं बाल व्यापार में शामिल होकर जोखिम उठा रही हैं।

तालिबान का सख्त कानून
तालिबान प्रशासन ने ‘शरीयत कानून’ के तहत नैतिकता और सद्गुणों (Vice and Virtue) से जुड़े सख्त नियम लागू किए हैं। इन नियमों में इंसान के किसी भी अंग, जिसमें बाल भी शामिल हैं, की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है।
जीविका का जरिया बनी बालों की बिक्री
अफगानिस्तान की आर्थिक बदहाली के बीच कई महिलाएं बाल बेचकर अपनी रोजी-रोटी का इंतजाम कर रही थीं। हालांकि, अब इस पर प्रतिबंध के कारण उनकी स्थिति और गंभीर हो गई है।
बालों के व्यापार पर कड़ी नजर
तालिबान अधिकारियों ने बाल कटाने और बेचने वाले सैलून पर भी कड़ी नजर रखना शुरू कर दिया है।
बढ़ती बेरोजगारी का संकट
महिलाओं को रोजगार के सीमित अवसर ही मिल रहे हैं, ऐसे में बालों की बिक्री उनके लिए आमदनी का महत्वपूर्ण जरिया बन गई थी।
महिलाओं के लिए दोहरी चुनौती
तालिबान के सत्ता में आने के बाद महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और सार्वजनिक जीवन में भागीदारी के अवसरों में पहले ही कटौती झेलनी पड़ी है। अब बाल व्यापार पर प्रतिबंध ने उनकी परेशानियां और बढ़ा दी हैं।
गुप्त रूप से जारी है व्यापार
कई महिलाएं अब छिपकर बालों का व्यापार कर रही हैं, जिससे वे तालिबान के गुस्से का शिकार हो सकती हैं।
आर्थिक संकट में महिलाएं
अफगानिस्तान में महिलाओं की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है, जिससे उन्हें मजबूरी में यह जोखिम उठाना पड़ रहा है।
बाल व्यापार में गिरावट
बालों के बाजार में अब तेजी से गिरावट देखी जा रही है, जिससे कई सैलून बंद होने की कगार पर हैं।
आगे क्या होगा?
महिलाओं के अधिकारों पर बढ़ती पाबंदियों के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने तालिबान प्रशासन पर दबाव बढ़ाने की मांग की है।