परिवार ने रविवार को बताया कि उन्हें शनिवार रात सेना से फोन पर यह दुःखद सूचना मिली।
विवेक के चाचा नरेंद्र देशवाल ने बताया कि शनिवार रात लगभग 10 बजे उन्हें सेना अधिकारियों ने विवेक की शहादत की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हम गोवर्धन पूजा पर विवेक के फोन का इंतजार कर रहे थे, लेकिन हमें उसकी शहादत की खबर मिली।”
जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान विवेक को छह गोलियां लगीं और वे मौके पर ही शहीद हो गए। परिवार को बताया गया कि विवेक का शव रविवार शाम 4 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेगा, उसके बाद उसे गांव लाया जाएगा। इस खबर से पूरा परिवार सदमे में है, उनकी पत्नी भी अचेत हो गईं।
विवेक ने 2015 में सेना में भर्ती ली थी और पिछले छह साल से जम्मू-कश्मीर में 28 AAD में लांस नायक के पद पर तैनात थे। उनके परिवार में पिता, पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं – पांच साल का बेटा और तीन साल की बेटी। उनकी मां का निधन इसी साल अप्रैल में बीमारी के कारण हुआ था।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि दिवाली पर विवेक ने वीडियो कॉल पर परिवार के साथ पूजा में भाग लिया था और गोवर्धन पूजा की रात को कॉल करने का वादा किया था। उनकी शहादत की खबर से गांव में शोक की लहर है।