वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में जुमा की नमाज पर काली पट्टी पहनने की अपील.
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने मुसलमानों से अपील की है कि वे रमज़ान के आखिरी जुमा (शुक्रवार) की नमाज के दौरान अपने दाहिने हाथ पर काली पट्टी बांधें।

AIMPLB के महासचिव मौलाना मोहम्मद फजलुर रहीम मुजद्दिदी ने बोर्ड के आधिकारिक X हैंडल पर एक वीडियो संदेश जारी कर यह अपील की। उन्होंने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में यह कदम उठाना जरूरी है।
उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा, “हम सभी को रमज़ान के आखिरी शुक्रवार को जुमा की नमाज के दौरान काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराना चाहिए। यह हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है और हमें इसे शांति से करना चाहिए।”
मौलाना फजलुर रहीम ने कहा कि यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा और इसका उद्देश्य सरकार तक अपनी आवाज़ पहुँचाना है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से इस अपील का व्यापक समर्थन करने का अनुरोध किया।
AIMPLB का कहना है कि वक्फ (संशोधन) विधेयक से मुसलमानों की धार्मिक संपत्तियों पर खतरा मंडरा सकता है, इसलिए इस पर विरोध जताना जरूरी है।
बोर्ड ने देशभर के मुसलमानों से इस विरोध में शामिल होने और काले बाजूबंद के जरिए अपनी एकजुटता दिखाने का अनुरोध किया है।
इस अपील के बाद मुस्लिम समुदाय के कई संगठनों ने इस अभियान का समर्थन करने की बात कही है।
रमज़ान का आखिरी जुमा मुस्लिम समुदाय के लिए बेहद खास माना जाता है और बड़ी संख्या में लोग इस दिन मस्जिदों में नमाज अदा करने के लिए पहुंचते हैं।
AIMPLB के अनुसार, यह विरोध पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा और इससे किसी को कोई असुविधा नहीं होगी।