
नितिन सिंघवी ने आरोप लगाया है कि बाइसन को गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित करते समय उसे एक्सपायर्ड एक्टिवॉन दिया गया था, जिसके कारण उसकी स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं से मौत हो गई।
घटना का विवरण:
- वन्यजीव प्रेमी नितिन सिंघवी ने दावा किया कि बाइसन को गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित करते समय उसे एक्सपायर्ड एक्टिवॉन दिया गया था।
- सिंघवी ने आरोप लगाया कि बाइसन को स्थानांतरित करते समय उसे एक्सपायर्ड दवा दी गई थी, जिससे उसकी स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं से मौत हो गई।
- सिंघवी ने कहा कि इस मामले में दस्तावेजों के सामने आने के बाद यह खुलासा हुआ है।
वन्यजीव प्रेमी की मांग:
- सिंघवी ने सरकार से इस मामले की जांच की मांग की है।
- उन्होंने यह भी मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
- यह घटना वन्यजीवों के संरक्षण में लापरवाही के गंभीर मुद्दे को उजागर करती है।
- यह घटना वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की आवश्यकता को दर्शाती है।
हमें क्या करना चाहिए?
- हमें वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति जागरूक होना चाहिए।
- हमें वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।
- हमें वन्यजीवों के संरक्षण के लिए सरकार के प्रयासों का समर्थन करना चाहिए।