
इस मौके पर उन्होंने कहा कि विश्व बैंक को भरोसा है कि भारत आने वाले वर्षों में भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
हाल ही में विश्व बैंक ने अपनी ‘ग्लोबल इकोनॉमिक प्रोस्पेक्ट्स’ रिपोर्ट में भारत की आर्थिक मजबूती की पुष्टि की थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डीरगुलेशन कमीशन निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक अनुकूल माहौल बनाएगा।
उन्होंने बताया कि भारत वैश्विक एयरोस्पेस कंपनियों के लिए प्रमुख सप्लाई चेन केंद्र बन रहा है।
वस्त्र, पर्यटन और तकनीक क्षेत्र में करोड़ों रोजगार के अवसर बनने वाले हैं।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान मध्यप्रदेश सरकार की 18 नई नीतियों का भी अनावरण किया।
इन नीतियों का उद्देश्य प्रदेश में बड़े निवेश को आकर्षित करना है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अपार संभावनाएं हैं और यह निवेशकों के लिए एक आदर्श स्थान है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उद्योगों को हर संभव सहायता देगी।
PM मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर भारत अभियान में अहम भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने बताया कि देश में बुनियादी ढांचे पर अभूतपूर्व निवेश किया जा रहा है।
मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों से नए स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिल रहा है।
सरकार कृषि, रक्षा, ऊर्जा और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों में बड़े निवेश के लिए काम कर रही है।
PM मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए यह समिट अहम साबित होगी।
उन्होंने उद्योगपतियों और निवेशकों से प्रदेश में निवेश करने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने बताया कि नए औद्योगिक क्लस्टर से युवाओं को रोजगार के बड़े अवसर मिलेंगे।
समिट में देश-विदेश के प्रमुख निवेशकों और उद्योगपतियों ने भाग लिया।