
विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास के इलाकों में भी इसकी आवाज सुनाई दी।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शादी के मौसम के कारण पटाखों के भारी मांग को देखते हुए फैक्ट्री में बड़ी संख्या में श्रमिकों को काम पर रखा गया था। विस्फोट के समय कई श्रमिक फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे थे, जिससे मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।
विस्फोट के तुरंत बाद फैक्ट्री में भीषण आग लग गई, जिसने पूरे परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए गए, लेकिन फैक्ट्री में मौजूद ज्वलनशील पदार्थों के कारण आग तेजी से फैलती गई।
पुलिस और बचाव दल भी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। मलबे से शवों को निकालने का काम जारी है और घायल श्रमिकों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
इस घटना के बाद पूरे इलाके में शोक का माहौल है और मृतकों के परिवारों में मातम छाया हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि विस्फोट किस कारण से हुआ और क्या फैक्ट्री में सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा था। प्रारंभिक जांच में लापरवाही की आशंका जताई जा रही है।
यह घटना पटाखा फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी के गंभीर परिणामों को दर्शाती है। अतीत में भी इस तरह की दुर्घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें कई लोगों की जान गई है।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन पटाखा फैक्ट्रियों में सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।