
घटना का विवरण:
आग लगने का कारण घर में रखे फर्नीचर से शुरू हुआ माना जा रहा है, जिसने तेजी से आग को और भड़का दिया।
इस हादसे में दो लोगों की जान चली गई, जिनमें एक 14 महीने का बच्चा भी शामिल है।
आग लगने के बाद 14 अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए।
स्थानीय निवासी मोहम्मद इमरान के अनुसार, उमराह (मक्का और मदीना की तीर्थयात्रा) के लिए रवाना होने वाले 20-25 लोगों के लिए परिवार के भोजन की तैयारी चल रही थी।
शाम करीब 4:30 बजे खाना बनाते समय गैस रिसाव हुआ, जिससे आग लग गई और घर में मौजूद ज्वलनशील फर्नीचर सामग्री के कारण तेजी से फैल गई।
बताया जा रहा है कि घर के निवासी फर्नीचर का काम करते हैं।
प्रशासनिक कार्रवाई:
दमकल की गाड़ियां सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
स्थानीय विधायक अतुल भंसाली ने बताया कि दमकल कर्मियों ने बहादुरी से काम करते हुए कई लोगों की जान बचाई।
जोधपुर के जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि धुएं के कारण 12 लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई, और आग पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया गया है।
उन्होंने प्रभावित परिवारों को सरकारी सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
एसीपी मंगलेश चुंडावत और अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को घटना की जानकारी दी गई है और उन्होंने राहत और सहायता उपायों के लिए पुलिस और प्रशासन को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री ने जानहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और अधिकारियों को उनका उचित और समय पर चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
यह दुखद घटना जोधपुर में शोक का माहौल पैदा कर गई है।