अरुणाचल के सीएम ने दिया स्पष्टीकरण, कहा – “सियांग प्रोजेक्ट का मकसद सिर्फ पनबिजली नहीं”.
इटानगर: अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सियांग अपर बहुउद्देश्यीय परियोजना (SUMP) को लेकर फैलाई जा रही गलत जानकारी को खारिज किया।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग परियोजना का विरोध करने के लिए ग्रामीणों को गुमराह कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना की क्षमता को लेकर गलतफहमियां फैलाई जा रही हैं।
“मैं खुद नहीं जानता कि परियोजना कितनी बिजली उत्पन्न करेगी,” खांडू ने कहा।
एनएचपीसी भी अभी परियोजना की सही क्षमता से अनजान है।
सर्वे और जांच प्रक्रिया शुरू होने से पहले क्षमता का दावा गलत है।
“अगर आप परियोजना नहीं चाहते, तो यह नहीं बनेगी,” उन्होंने स्पष्ट किया।
सीएम ने कहा कि यह परियोजना सिर्फ पनबिजली उत्पादन के लिए नहीं है।
परियोजना का असली उद्देश्य सियांग नदी और उससे जुड़े समाज को बचाना है।
यह राष्ट्रीय महत्व की परियोजना है और नीति आयोग द्वारा परिकल्पित है।
खांडू ने कहा कि चीन पहले ही 60,000 मेगावाट उत्पादन वाली परियोजना को मंजूरी दे चुका है।
सियांग नदी का पानी चीन की परियोजना के कारण कम हो सकता है।
सर्दियों में नदी का जलस्तर इतना घट सकता है कि इसे पैदल पार किया जा सके।
उन्होंने कहा, “मैं ऐसी स्थिति नहीं चाहता।”
अगर चीन अपनी बांधों से पानी छोड़ेगा तो सियांग बेल्ट, असम और बांग्लादेश में तबाही मच सकती है।
खांडू ने द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई लेकिन सतर्क रहने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में खांडू ने परियोजना की जरूरत और फायदों पर चर्चा की।
“यह परियोजना पर्यावरण और समाज को बचाने की दिशा में कदम है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने कहा कि गलतफहमियां फैलाकर लोगों को गुमराह करना बंद होना चाहिए।
परियोजना को लेकर सरकार हर पहलू पर विचार करेगी।
उन्होंने स्थानीय विधायक और मंत्री ओजिंग तासिंग के प्रयासों की सराहना की।
सियांग जिले में ‘थैंक्स गिविंग’ कार्यक्रम के दौरान खांडू ने यह बातें कहीं।