बयान पर प्रतिक्रिया:
- केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को पत्र लिखकर कहा कि अंबेडकर केवल नेता नहीं, बल्कि देश की आत्मा हैं।
- शाह ने संसद में कहा था कि “अंबेडकर-अंबेडकर कहना आजकल एक फैशन बन गया है।”
- केजरीवाल ने इसे अपमानजनक बताते हुए कहा कि यह बयान न केवल बाबा साहेब का, बल्कि संविधान का भी अपमान है।
लोगों की भावनाएं आहत:
- केजरीवाल ने कहा कि शाह के बयान से देशभर के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
- उन्होंने अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि संविधान बनाने का श्रेय उन्हें जाता है।
- अंबेडकर के प्रयासों से ही समाज के सबसे वंचित वर्गों को उनके अधिकार मिले।
सख्त कार्रवाई की मांग:
- केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने शाह के बयान का समर्थन किया।
- उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों के कारण लोग मानने लगे हैं कि अंबेडकर के प्रशंसक अब बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते।
- केजरीवाल ने शाह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन और अपील:
- केजरीवाल ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बीजेपी मुख्यालय तक मार्च किया।
- उनके हाथ में एक तख्ती थी, जिस पर लिखा था, “हिंदुस्तान बाबा साहेब का अपमान सहन नहीं करेगा।”
- इस मार्च में मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, मुख्यमंत्री आतिशी और मंत्री सौरभ भारद्वाज भी शामिल हुए।
- केजरीवाल ने नेताओं से राजनीति से ऊपर उठकर बाबा साहेब के विचारों का सम्मान करने की अपील की।
अमित शाह का पलटवार:
- शाह ने कांग्रेस पर संसद में तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह रवैया निंदनीय है और इसे सख्ती से खारिज किया जाना चाहिए।