पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है। घटना दो दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके घर और अन्य संपत्तियों पर छापेमारी के बाद हुई।
ईडी की कार्रवाई
5 दिसंबर को ईडी ने मनोज परमार के शांतिनगर, आष्टा स्थित घर और इंदौर में चार अन्य संपत्तियों पर छापेमारी की। छापेमारी में 3.5 लाख रुपये नकद और दस्तावेज जब्त किए गए। परमार 2017 में पंजाब नेशनल बैंक के 6 करोड़ रुपये के फर्जी ऋण घोटाले से जुड़े थे।
राजनीतिक विवाद
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाया कि ईडी ने परमार को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि वह कांग्रेस का समर्थन कर रहे थे। सिंह ने कहा कि परमार के बच्चों ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी को गुल्लक भेंट किया था, जिसके कारण उन्हें परेशान किया गया।
पुलिस जांच
पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटाए हैं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
कांग्रेस का हमला
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर परमार को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, जिससे यह घटना हुई।
भाजपा का जवाब
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए इसे कानून के तहत की गई कार्रवाई कहा।
स्थानीय प्रतिक्रिया
घटना से क्षेत्र में शोक और आक्रोश की लहर है। स्थानीय लोगों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।