ने अदानी रिश्वत मामले, संभल हिंसा और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग की।
प्रमुख घटनाएं
- राज्यसभा में विपक्ष ने 18 स्थगन प्रस्ताव पेश किए, जो सभी सभापति द्वारा खारिज कर दिए गए।
- स्थगन प्रस्ताव खारिज होने के बाद विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया।
- राज्यसभा को पहले 11:30 बजे तक और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
- लोकसभा में भी विपक्ष ने अदानी मामले को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया।
- सुबह 11 बजे शुरू हुई कार्यवाही को पहले 12 बजे तक और बाद में पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
मुख्य मुद्दे
- विपक्ष अदानी ग्रुप के खिलाफ अमेरिका में लगे रिश्वत के आरोपों पर चर्चा चाहता था।
- संभल हिंसा और अन्य सामाजिक मुद्दों पर भी बहस की मांग की गई।
- सभापति और स्पीकर ने कार्यवाही स्थगित करने से इनकार किया, जिससे असहमति और बढ़ी।
राज्यसभा की स्थिति
- राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने सभापति की कुर्सी के पास आकर नारेबाजी की।
- लगातार हंगामे के कारण सदन का संचालन बाधित हुआ।
- सभापति ने सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन प्रदर्शन जारी रहा।
लोकसभा की स्थिति
- लोकसभा में अदानी ग्रुप से जुड़े मुद्दों पर विपक्ष ने जवाब मांगा।
- विपक्षी दलों ने सदन के भीतर नारे लगाए और कार्रवाई रोक दी।
- लोकसभा स्पीकर ने चर्चा की अनुमति देने से इनकार किया, जिससे विपक्ष और आक्रोशित हो गया।
निष्कर्ष
- दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई, जिससे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकी।
- विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार बहस से बचने के लिए चर्चा को टाल रही है।
- सत्ता पक्ष ने आरोप लगाया कि विपक्ष बिना वजह सदन की कार्रवाई को बाधित कर रहा है।
- संसद की कार्यवाही में लगातार व्यवधान से महत्वपूर्ण विधायी कार्य प्रभावित हो रहा है।
जनता की चिंता
- आम जनता संसद में बहस और समस्या-समाधान की उम्मीद करती है, लेकिन यह हंगामा लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करता है।
- उम्मीद है कि दोनों पक्ष जल्द समाधान पर पहुंचेंगे और संसद सुचारू रूप से चलेगी।