इस बार न तो ग्रामीण और न ही शहरी इलाकों में कोई विभाजन दिखा। पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, उत्तर महाराष्ट्र और कोंकण सभी क्षेत्रों में महायुति ने शानदार प्रदर्शन किया।
मुख्य बातें:
- अजित पवार का बयान: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि इस बार हर क्षेत्र में सफलता मिली, जो 2024 लोकसभा चुनावों में नहीं हुआ था।
- कांग्रेस के दिग्गज गिरे: कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट, जो लगातार आठ बार संगमनेर सीट से चुने गए थे, इस बार शिवसेना के अमोल खताल से हार गए।
- रूरल इलाकों में सफलता: अहमदनगर जिले के कोपरगांव विधानसभा सीट पर एनसीपी उम्मीदवार अशुतोष काले ने 1,24,624 वोटों से जीत दर्ज की।
- पश्चिम महाराष्ट्र में बदलाव: एनसीपी नेता अजित पवार ने शरद पवार के गढ़ में भी बड़ी जीत हासिल की। पुणे जिले की अम्बेगांव सीट पर एनसीपी उम्मीदवार दिलीप वलसे-पाटिल ने जीत दर्ज की।
- कोंकण में शिवसेना की पकड़ मजबूत: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना ने कोंकण क्षेत्र में जीत हासिल की। एनसीपी की अदिति तटकरे ने रायगढ़ जिले की श्रीवर्धन सीट बरकरार रखी।
- कुडाल में निलेश राणे की जीत: कुडल सीट पर शिवसेना के निलेश राणे ने शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार वैभव नाईक को 8,176 वोटों से हराया।
- विदर्भ में बीजेपी का बोलबाला: विदर्भ क्षेत्र में कांग्रेस का लगभग सफाया हो गया और बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की।
- मुंबई में महायुति का दबदबा: मुंबई की कांदिवली ईस्ट सीट पर बीजेपी के अतुल भातखलकर ने 83,593 वोटों से जीत दर्ज की।
- ठाणे और पुणे में जीत: ठाणे और पुणे शहरों में भी महायुति का वर्चस्व रहा। पुणे कैंटोनमेंट सीट पर बीजेपी के सुनील कांबले ने जीत दर्ज की।
- सभी प्रमुख क्षेत्रों में सफलता: महायुति ने मराठवाड़ा, उत्तर महाराष्ट्र और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।
चुनाव के नतीजे:
महायुति की जीत ने कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और अन्य विपक्षी दलों को करारी शिकस्त दी है। अजित पवार ने इसे एकजुटता और सही रणनीति का परिणाम बताया।