इंजीनियर रशीद ने दारबार मूव की प्रथा को पुनर्जीवित करने की मांग को लेकर श्रीनगर में अपनी पार्टी के सहयोगियों और कार्यकर्ताओं के साथ एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया है।
इंजीनियर रशीद ने आरोप लगाया है कि उमर अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 पर अपने रुख को बदलकर लोगों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हमेशा कश्मीरियों को गुमराह किया है और अब्दुल्ला परिवार का इतिहास ही कश्मीरियों के साथ विश्वासघात से भरा पड़ा है।
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान, इंजीनियर रशीद ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस की जीत ने साबित कर दिया है कि लोग पांच अगस्त 2019 के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ हैं। उन्होंने मांग की है कि सरकार दारबार मूव की प्रथा को बहाल करे, जिसके तहत सरकार के कार्यालयों को गर्मियों में श्रीनगर और सर्दियों में जम्मू में स्थानांतरित किया जाता था।
उमर अब्दुल्ला के लिए यह एक बड़ा झटका है, क्योंकि यह पहली बार है जब उनके नेतृत्व पर सवाल उठाए गए हैं। यह विरोध प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक नए मोड़ को दर्शाता है।