
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ (शुल्क) को लेकर चल रही चर्चाएं सफलतापूर्वक सुलझ जाएंगी।
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब उन्होंने पहले भी भारत समेत कई देशों पर अमेरिकी वस्तुओं पर अधिक शुल्क लगाने का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा, “भारत दुनिया के सबसे ज्यादा शुल्क लगाने वाले देशों में से एक है… यह बहुत कड़ा है, बहुत कड़ा। वे बहुत समझदार हैं।”
ट्रंप ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, “वे बहुत समझदार व्यक्ति और मेरे अच्छे दोस्त हैं। हमने बहुत अच्छे संवाद किए। मुझे लगता है कि भारत और हमारे देश के बीच मामला बहुत अच्छे से सुलझ जाएगा।”
ट्रंप ने आगे कहा, “मैं यह कहना चाहता हूं कि आपके पास एक बेहतरीन प्रधानमंत्री हैं।”
पीएम मोदी ने फरवरी में वॉशिंगटन डीसी की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी।
इस यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी जैसे मुद्दों पर बातचीत की थी।
ट्रंप ने इससे पहले भी भारत को ‘उच्च-शुल्क लगाने वाला देश’ बताया था।
उन्होंने यह भी कहा था कि जो देश अमेरिकी वस्तुओं पर अधिक शुल्क लगाते हैं, उन पर अमेरिका भी ‘आदान-प्रदान शुल्क’ (Reciprocal Tariffs) लगाएगा।
ट्रंप ने ऐलान किया कि यह व्यवस्था 2 अप्रैल से प्रभावी होगी।
अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार के लिए दोनों पक्ष लगातार बातचीत कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान दोनों देशों के व्यापार संबंधों में सुधार का संकेत देता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बैठक से दोनों देशों के बीच व्यापारिक मतभेद कम हो सकते हैं।
भारत-अमेरिका व्यापारिक साझेदारी पिछले कुछ वर्षों में लगातार मजबूत हुई है।
ट्रंप और मोदी की दोस्ती का असर दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों पर भी नजर आ सकता है।
भारत और अमेरिका रक्षा, तकनीक और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक-दूसरे के साथ नजर आ चुके हैं।
इस बयान को भारत-अमेरिका संबंधों के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।