कृषि विशेषज्ञों ने किरायेदार किसानों और छोटे भूमिधारकों के लिए स्पष्ट नीतियों की मांग की.
कृषि विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि किरायेदार किसान और छोटे भूमिधारक कृषि योजनाओं के लाभों से वंचित रह रहे हैं।

उन्होंने सरकार से स्पष्ट नीतियां बनाने की मांग की है ताकि इन किसानों को भी योजनाओं का लाभ मिल सके।
अक्सर देखा जाता है कि सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि योजनाओं का लाभ बड़े किसानों को ही मिल पाता है। छोटे किसानों, खासकर किरायेदार किसानों को इन योजनाओं तक पहुंचने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसका मुख्य कारण है कि इन योजनाओं के लिए बनाए गए नियम और कानून इतने जटिल होते हैं कि छोटे किसानों को उन्हें समझने में मुश्किल होती है। इसके अलावा, इन योजनाओं को लागू करने में भी कई बार गड़बड़ी होती है, जिससे छोटे किसानों को लाभ मिलने में देरी होती है या फिर वे पूरी तरह से वंचित रह जाते हैं।
क्यों है यह मुद्दा महत्वपूर्ण:
खाद्य सुरक्षा: छोटे किसान देश के खाद्य उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। अगर उन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा तो खाद्य सुरक्षा पर असर पड़ेगा।
आर्थिक असमानता: बड़े किसानों को मिलने वाले लाभों से छोटे किसानों के बीच आर्थिक असमानता बढ़ सकती है।
गांवों का विकास: छोटे किसानों की आय बढ़ने से गांवों का विकास होगा।
क्या होना चाहिए:
सरल नियम: योजनाओं के नियमों को सरल बनाया जाना चाहिए ताकि छोटे किसान भी उन्हें आसानी से समझ सकें।
जमीनी स्तर पर जागरूकता: किसानों को योजनाओं के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
लागू करने में पारदर्शिता: योजनाओं को लागू करने में पारदर्शिता लानी होगी।