
चीन के इस कदम से दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव बढ़ने की आशंका है। यूरोपीय संघ ने चीन पर आरोप लगाया है कि वह अपने घरेलू बाजार को संरक्षित करने के लिए अनुचित व्यापार प्रथाओं का इस्तेमाल कर रहा है। वहीं, चीन का कहना है कि यूरोपीय संघ का यह कदम विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन है।
इस विवाद का असर दोनों देशों के ऑटो उद्योग पर पड़ सकता है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता है और यूरोपीय संघ इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक बड़ा बाजार है। इस विवाद के कारण दोनों देशों के बीच व्यापार संबंध खराब हो सकते हैं और इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है।