शैकलटन के एंड्यूरेंस जहाज के मलबे की 3D स्कैन से मिली नई जानकारी
नई दिल्ली: शैकलटन के प्रसिद्ध जहाज एंड्यूरेंस के मलबे की 3D स्कैनिंग से वैज्ञानिकों को इसके बारे में कई नई जानकारियां मिली हैं।

इस जहाज को दक्षिण ध्रुव की यात्रा के दौरान 1915 में बर्फ में फंस जाने के बाद छोड़ दिया गया था और यह 1922 तक बर्फ में ही दबा रहा था।
3D स्कैन से क्या पता चला?
3D स्कैनिंग तकनीक का उपयोग करके वैज्ञानिकों ने जहाज के मलबे का एक बेहद विस्तृत और सटीक 3D मॉडल तैयार किया है। इस मॉडल से वैज्ञानिक जहाज की संरचना, उसके क्षतिग्रस्त होने का तरीका और समुद्र के अंदर उसकी स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
इस खोज का महत्व:
यह खोज ध्रुवीय अन्वेषण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इससे हमें शैकलटन की प्रसिद्ध यात्रा के बारे में और अधिक जानने में मदद मिलेगी और ध्रुवीय क्षेत्रों में जहाजों के संरक्षण के लिए नए तरीके विकसित करने में मदद मिलेगी।
आगे का रास्ता:
वैज्ञानिक अब इस 3D मॉडल का उपयोग करके जहाज के मलबे का और अधिक विस्तृत अध्ययन करेंगे। वे यह समझने की कोशिश करेंगे कि जहाज कैसे और क्यों डूबा और समुद्र के अंदर इतने वर्षों तक कैसे बना रहा।
निष्कर्ष:
शैकलटन के एंड्यूरेंस जहाज के मलबे की 3D स्कैनिंग एक महत्वपूर्ण खोज है जो हमें ध्रुवीय अन्वेषण के इतिहास के बारे में और अधिक जानने में मदद करेगी।