
**सोनारायठाढ़ी प्रखंड अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं का अभाव, बिजली और दवाओं की कमी से मरीज परेशान**
*देवघर*: जिले के सोनारायठाढ़ी प्रखंड में अस्पताल तो बना दिया गया, लेकिन बुनियादी सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। अस्पताल में न बिजली की सुविधा है, न पानी, जिससे मरीजों और कर्मचारियों दोनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
**बिजली के अभाव में दवाएं नहीं रखी जा रहीं**
अस्पताल में बिजली न होने की वजह से डीप फ्रीजर काम नहीं करता, जिससे वैक्सीन और जरूरी दवाएं स्टोर नहीं की जा सकतीं। इन दवाओं को जिले के अन्य अस्पतालों में रखा जाता है और जरूरत पड़ने पर मंगाई जाती हैं। इसके कारण मरीजों को समय पर दवा नहीं मिल पाती, जिससे उनकी स्थिति बिगड़ने पर उन्हें देवघर रेफर करना पड़ता है।
**दवाइयों की खराबी और रेफर की मजबूरी**
अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि बिजली न होने की वजह से कई वैक्सीन और दवाइयां खराब हो जाती हैं। इसमें एंटी रेबीज और टेटनस इंजेक्शन जैसी दवाएं भी शामिल हैं, जो सोनारायठाढ़ी अस्पताल में उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। इस समस्या की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
**अस्पताल का उद्घाटन, लेकिन सुविधाओं का अभाव**
10 जनवरी 2021 को तत्कालीन मंत्री बादल पत्रलेख ने इस अस्पताल का उद्घाटन किया था, लेकिन आज तक यहां बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जा सकीं। स्थानीय लोग इस स्थिति से नाराज हैं और मंत्री पर केवल उद्घाटन कर देने का आरोप लगा रहे हैं, जनता की सुविधा पर ध्यान न देने की बात कर रहे हैं।
**ग्रामीणों को नहीं मिल रही स्वास्थ्य सेवाएं**
देवघर से 35 किलोमीटर दूर इस अस्पताल को ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। लेकिन अब तक स्थिति नहीं सुधरी है और लोगों को बेहतर इलाज के लिए देवघर जाना पड़ता है।
**जल्द बहाल होंगी सुविधाएं – सिविल सर्जन**
इस मामले पर देवघर के सिविल सर्जन डॉक्टर रंजन सिन्हा ने कहा कि बिजली और पानी की समस्या को हल करने के लिए जल संसाधन विभाग और बिजली विभाग के अधिकारियों से बातचीत हो चुकी है। जल्द ही सोनारायठाढ़ी अस्पताल में ये सुविधाएं बहाल कर दी जाएंगी।